एक मुलाकात को बेकरार रहते हैं तुम्हारी मोहब्बत से अपनी पहचान रखते हैं मुझे ठुकराकर कभी दूर मत जाना अब तुम्हारे बिना जीना मुमकिन नहीं होगा
आजकल मन के मंदिर में खुशियों की महफिल सजने लगी है धीरे-धीरे किस्मत बदलने लगी है ख्वाहिशों में उमंगों का नया दौर आ गया है सफलता मिलने की उम्मीद पुख्ता हो गई है