मुझे इश्क हो गया है मुलाकात की बेचैनियां रहने लगी है कहीं अकेले में अपनी ख्वाहिशों का इजहार करना चाहता हूं तुम्हारे बगैर जिंदगी अधूरी लग रही है प्यार चाहता हूं
मुझे अजब गजब की लत लग गई है रूठकर जाता हूं कभी न वापस आने के लिए कुछ वक्त बाद लौट आता हूं तुम्हारी गलतियों का एहसास दिलाने के लिए मेरे जिंदगी में अजीबोगरीब खेल चल रहा है न दूर जा पा रहा हूं न करीब रह पा रहा हूं
मोहब्बत किया है उम्र भर साथ निभाऊंगा जिस तरह चाहोगी चाहतों में ढल जाऊंगा हर लम्हा खुशियों में गुजरने लगेगा ऐसा हमसफर बन जाऊंगा
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