धीरे-धीरे अपने दिल का राज खोलने लगी है आजकल खूबसूरत मुस्कान आंखों से सवाल जवाब करने लगी है अकेले में कहीं मन लगता नहीं है रूह बेतहाशा इश्क करने लगी है
इशारों इशारों में हर बात हो गई है ऐसा लगता है किस्मत अपने पर मेहरबान हो गई है ख्वाहिशों की तरह हर काम हो रहा है मुश्किलें दूर होने लगी है हर तरफ खुशियों का माहौल हो रहा है
मैं खुद से ही आजकल यह सवाल करता हूं पग पग रंग बदलती है यह कैसी लड़की से प्यार करता हूं हर बार अपने वादों को तोड़ देती है फिर भी इन अजीबोगरीब रूखसत के बाद भी उसके बातों पर एतबार करता हूं